प्राचार्य, लेक्चरर को रिटायरमेंट आदेश दिये बिना ही हटाया गया, पेंशन भी नहीं बनी….

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भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के 9 मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

प्राचार्य, लेक्चरर को रिटायरमेंट आदेश दिये बिना ही हटाया गया, पेंशन भी नहीं बनी….

राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर के 68 पॉलीटेक्निक कॉलेजों के प्राचार्य एवं लेक्चरर को सेवा समाप्त होने के बाद इन्हें पेंशन, ग्रेच्युटी सहित अन्य लाभ नहीं मिलने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सन् 1997 में इन कॉलेजों को सरकारी से ऑटोनॉमस किये जाने के कारण वहाँ के प्राचार्य एवं लेक्चरर को इन सभी का लाभ नहीं मिल सकता है। इस कारण कॉलेजों के प्राचार्य एवं लेक्चरर को आर्थिक नुकसान एवं परेशानी का सामना करना पड़ता है। पॉलीटेक्निक कॉलेजों के प्राचार्य एवं लेक्चररों को रिटायरमेंट आदेश दिये बिना ही उन्हें हटाया जा रहा है और पेंशन भी नहीं बन रही है। इस कारण जीवन यापन करने में कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा विभाग, मंत्रालय भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्ताह में मांगा है।

सडक़ के अभाव में नौ वर्ष से वीरान पड़ा उच्चतर माध्यमिक स्कूल भवन

        शिवपुरी जिले के करैरा विकासखंड की ग्राम पंचायत मछावली का शासकीय उच्च. माध्यमिक विद्यालय के सडक़ के अभाव में विगत नौ वर्षों से वीरान पड़े होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्कूल भवन तक पहुंचने का सडक़ रास्ता नहीं होने के कारण बच्चों को स्कूल आने में कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही स्कूल भवन में कई तरह की अव्यवस्था होने से विद्यार्थी एवं शिक्षकों को स्कूल में कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस कारण स्कूल भवन वीरान पड़ा रहता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्ताह में मांगा है।

खदान में भरे पानी में डूबने से ममेरे-फुफेरे भाइयों की हुई मृत्यु

भोपाल शहर के सूखीसेवनियां में लापता हुये ममेरे-फुफेरे भाइयों के शव खदान में भरे पानी में मिलने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दो दिन पहले अपनी मां के साथ बुआ के घर आये मासूम और बुआ के बेटे दोनों घर से हैंडपंप पानी लेने के लिए निकले थे। इसके बाद बीते सोमवार को दोनों का घर के पास ही पानी से भरी खदान में शव बरामद हुआ। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

तालाब में नहाने गए दो युवकों की हुई मृत्यु
सीधी जिले के भंवर सेन क्षेत्र अंतर्गत सोन नदी में नहाने के दौरान एक ही परिवार के दो युवकों की गहरने पानी में डूबकर मृत्यु होने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सीधी से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

तालाब में डूबने से दो बहनों की हुई मृत्यु
झाबुआ जिले के पेटलावद क्षेत्र के ग्राम घुघरी में दो बहनों की तालाब में डूबने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, झाबुआ से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

सर्पदंश से चार माह के बच्चे की हुई मृत्यु

खंडवा जिले के पिपलोद गांव में एक जहरीले सांप के काटने से एक 04 महीने के बच्चे की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मासूम बच्चा और उसकी मां फर्श पर चटाई पर सो रहे थे, तभी सांप उनके कमरे में घुस आया। इसके बाद सांप ने बच्चे और मां को काटा। जिसमें बच्चे की मृत्यु हो गई और मासूम की मां को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत में गंभीर बनी हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, खंडवा से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

करंट की चपेट में आने से युवक की हुई मृत्यु

राजगढ़ जिले के करनवास थाना क्षेत्र के ग्राम रायपुरिया में रहने वाला एक 41 वर्षीय युवक की घर में बिजली के तारों की चपेट में आने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कार्यपालक यंत्री, म.प्र.म.क्षे.वि.वि.कम्पनी, राजगढ़ से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

खंभे पर लगा करंट, कर्मचारी घायल

सीहोर जिले के मुंडला गांव में बिजली के खंभे पर काम कर रहा एक आउटसोर्स कर्मचारी की करंट लगने से गंभीर रूप से घायल होने की घटना सामने आई है। हादसे के बाद बिजली कर्मी को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सी.एम.डी., म.प्र.म.क्षे.वि.वि.कम्पनी, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्ताह में मांगा है।

आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली का अभाव..

सतना जिले में महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा संचालित 750 आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली की आपूर्ति नहीं होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिले में संचालित होने वाली अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली-पानी जैसी व्यवस्था नहीं होने से वहां आने वाले बच्चों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सतना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।