Only 4 days left for Independence Day and the districts of the state did not get minister in-charge? Why so
प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए 8 महीने का समय हो चुका है. प्रदेश में मोहन यादव की अगुवाई में सरकार भी बनी, मंत्री बने और वर्तमान में प्रदेश सरकार का सभी कामकाज सुचारू रूप से पटरी पर चल रहा है.
भोपाल ! हालांकि आठ महीने बीतने के बावजूद अब तक जिलों को प्रभारी मंत्री नहीं मिल सके हैं. जबकि मध्य प्रदेश सरकार के जरिये दावा किया गया था कि 15 अगस्त से पहले मंत्रियों को जिले का प्रभार दे दिया जाएगा, लेकिन अब 15 अगस्त में महज 4 दिन ही शेष बचे हैं और प्रभारी मंत्री नहीं बन सके.
राष्ट्रीय पर्व पर मंत्री करते हैं झंडा रोहण
बता दें, प्रदेश में होने वाले राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त और 26 जनवरी के विशेष मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री झंडा रोहण और सलामी परेड करते हैं. इसके अलावा भी कई तरह से संबंधित जिलों के कामकाज पर विशेष नजर बनाए हुए होते हैं.
तमाम दावों और कयासों के बावजूद विडंबना यह है कि सरकार बने 7 महीने से अधिक समय बीत गया है, लेकिन अब तक प्रदेश में मंत्रियों को प्रभार वाले जिले नहीं सौंपे गए हैं. जबकि अब 15 अगस्त में महज 4 दिन का ही समय शेष रह गया है.
55 जिले और सीएम सहित 33 मंत्री
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के अलावा, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल, कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदयप्रताप सिंह, सम्पतिया उईके, तुलसीराम सिलावट, एदल सिंह कंषाना और निर्मला भूरिया सरकार के अगुवा हैं.
इसके अलावा गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, प्रद्युम्न सिंह तोमर, रामनिवास रावत, राकेश शुक्ला, चेतन्य काश्यप, इंदर सिंह परमार, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभारी, कृष्णा गौर, धर्मेन्द्र भाव सिंह लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लखन सिंह पटेल, नारायण सिंह पंवार, राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, अहिरवार दिलीप, राधा सिंह शामिल हैं.
प्रदेश में कुल 55 जिले हैं. जबकि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली मोहन यादव सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल 33 मंत्री ही हैं. ऐसे में 22 जिलों के लिए अभी मंत्रियों का ऐलान नहीं हुआ है. 78वें स्वतंत्रता दिवस में महज चार दिन बाकी हैं और सबकी नजरे नए जिला मंत्रियों पर टिकी हैं.