भोपाल। बांधवगढ के एसडीएम पर दो युवकों ने मारपीट का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एसडीएम गाड़ी ओवरटेक करने से नाराज़ हो गये थे, जिसको लेकर उन्होंने मारपीट की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बांधवगढ़ एसडीएम द्वारा दो युवकों से मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। एसडीएम को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है। प्रदेश में आमजन से इस तरह का अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : CM@DrMohanYadav51
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 23, 2024
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घटना संज्ञान में आने के बाद कहा कि बांधवगढ़ एसडीएम द्वारा दो युवकों से मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। एसडीएम को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है। प्रदेश में आमजन से इस तरह का अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यहां बता दें कि घायल युवकों की हालात गंभीर है, उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके साथ ही SDM, तहसीलदार दो अन्य के खिलाफ एफआईआर हो गई है।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि यह कैसी शासकीय अहंकार और गुंडा गर्दी है एमपी में। क्या प्रदेश ऐसे घटना के लिए जाना जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि आप से कड़ी कार्यवाही की उम्मीद है। एमपी के वातावरण में ऐसे बेरहम अफ़सर शाही की कमी नहीं।
प्रिय @DrMohanYadav51 जी,
शाजापुर कलेक्टर को सीख देते हुए जब आपने कार्रवाई की थी, तब ऐसा माना जा रहा था कि मप्र की नौकरशाही अनुशासित होगी. विधि एवं न्याय संगत कार्य भी करेगी!
लेकिन, लगातार हो रही घटनाएं यह स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि प्रदेश में सरकार और सुशासन का अर्थ समाप्त हो… https://t.co/lK3RL34ZrA— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 23, 2024
प्रदेश में सरकार और सुशासन का अर्थ समाप्त हो गया है: जीतू पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रिय डॉ मोहन यादव जी शाजापुर कलेक्टर को सीख देते हुए जब आपने कार्रवाई की थी, तब ऐसा माना जा रहा था कि मप्र की नौकरशाही अनुशासित होगी. विधि एवं न्याय संगत कार्य भी करेगी!
लेकिन, लगातार हो रही घटनाएं यह स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि प्रदेश में सरकार और सुशासन का अर्थ समाप्त हो गया है! ब्यूरोक्रेसी बेलगाम है! चारों तरफ मनमर्जी चल रही है! इसीलिए, बेकसूर नागरिक लगातार पीड़ित और प्रताड़ित हो रहे हैं!
आपसे अनुरोध है राजनीतिक विवशताओं से दूर रहकर, प्रदेश में कानून एवं संविधान में विश्वास करने वाली ऐसी व्यवस्था बनाएं, जिसमें सभी को त्वरित न्याय और राहत मिल सके!