“सनातन अमृत है, लेकिन कई लोगों को हज़म नहीं होता”- डॉ. नरोत्तम मिश्रा

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“सनातन अमृत है, लेकिन कई लोगों को हज़म नहीं होता”- डॉ. नरोत्तम मिश्रा

 

 

हरियाणा के होडल में बागेश्वर धाम पदयात्रा में शामिल होकर सनातन विरोधियों पर बोला हमला

 

हरियाणा, होडल मंडी।

मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” में हिस्सा लिया।

यह यात्रा पूरे उत्तर भारत में हिंदू एकता, जातिवाद के उन्मूलन और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के संदेश के साथ निकाली जा रही है।

इस अवसर पर डॉ. मिश्रा ने सनातन धर्म का विरोध करने वालों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा —“जो लोग सनातन का विरोध कर रहे हैं, वे कीचड़ और लीचड़ के समान हैं। कीचड़ तन खराब करता है और लीचड़ मन खराब करता है — इसलिए इनसे दूर रहना ही बेहतर है।”

 

 

डॉ. मिश्रा ने कहा “सनातन अमृत है। लेकिन जैसे देशी घी, शहद और मिश्री औषधि हैं — फिर भी जिन्हें नहीं हजम होती, वे मर जाते हैं — वैसे ही सनातन भी अमृत है, लेकिन कई लोगों को हजम नहीं होता।”

 

 

 

उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी की तुलना जानवरों से नहीं कर रहे, बल्कि यह उदाहरण देना चाहते हैं कि सनातन धर्म की महानता इतनी गहरी है कि उसे हर कोई समझ नहीं सकता।

 

डॉ. मिश्रा ने कहा कि “महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी जो अभियान चला रहे हैं, वह भारत की आत्मा को एक सूत्र में पिरोने का प्रयास है।

सनातन विरोधी समाज में जहर घोलना चाहते हैं, लेकिन सनातन सच्चाई, सद्भाव और आत्मबल का प्रतीक है।