आज का यह पर्व अपनी परंपराओं और श्रेष्ठ महापुरुषों से जुड़ने का पर्व है- यशवंत इंदापुरकर
ग्वालियर । सामूहिक गोवर्धन पूजा महोत्सव पर बुधवार सुबह पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद श्री जयभान सिंह पवैया ने भगत सिंह नगर स्थित सेवापथ परिसर में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं राजनैतिक संगठनों के गणमान्य, विद्वत गण व जन प्रतिनिधि के साथ गिरिराज जी का सामूहिक पूजन व महाआरती की। गौ पूजन एवं वनस्पति पूजन भी किया गया। इस अवसर पर गाजे बाजे एवं आतिशबाजी के बीच श्री ठाकुर जी की महाप्रसादी व छप्पन भोग का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है और सनातन में मात्र एक ऐसा धर्म है जिसमें प्रकृति को पूजा गया है। कुंभ के समय गंगा जी का स्पर्श करने के लिए करोड़ों लोग प्रयागराज पहुंचते हैं इसका मतलब यह है कि हम गंगा जी को जल नहीं समझते बल्कि हम गंगा जी में परमात्मा के ही लक्षण समझते हैं। आज हम गोवर्धन की पूजा कर रहे हैं। सनातन में और भी पूजा है कैसे लक्ष्मी जी की पूजा हम एकांत में करते हैं लेकिन गोवर्धन की पूजा कभी अकेले में नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोवर्धन की पूजा पूरा गांव, मोहल्ला, कुटुंब करने लगा, लेकिन शहर में गोवर्धन की पूजा धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है,इसीलिए हमने नगर में गोवर्धन की सामूहिक पूजा करने की परंपरा शुरू की है, गोवर्धन जी को हम केवल पर्वत नहीं मानते हैं, जिसको स्वयं परमात्मा कृष्ण जी ने अपनी कनिष्का पर रख लिया है और स्वयं कृष्ण जी हो गए हैं इसलिए हम गोवर्धन की पूजा के कृष्ण जी के विग्रह के रूप में करते हैं।
उन्होंने कहा कि हम सब आज गोवर्धन जी से एक ही प्रार्थना करें कि भारत की धरती गोवंश से समृद्ध हो, भारत दूध और नदियों वाला देश बने, इस मंडप में खड़े सभी लोग एक ही संकल्प लें कि हम पहली रोटी गौ माता के लिए निकाले तो धरती की पूरी कृपा हमारे ऊपर बनी रहेगी। और जो लोग होटल से खाना मांगते हैं वे लोग पूजा की गुल्लक में 5-10 रुपए गौ माता के लिए निकल कर रख दे तो समझ ली हमने गोवर्धन की पूजा कर ली है।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी श्री यशवंत इंदापुरकर जी ने कहा कि हमारे देश में त्योहार मनाने की संस्कृति है इसमें गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। आज का यह पर्व अपनी परंपराओं और श्रेष्ठ महापुरुषों से जुड़ने का पर्व है यह पर्व हमें संगठन का एक मंत्र भी देता है पहले हमने रामनवमी भी बने तब हमारे ध्यान में आया कि भगवान श्री राम ने समस्त सामन्यजनों को अपने साथ लेकर अन्याय का अंत किया है। उन्होंने कहा कि आज के समय प्रकृति की रक्षा के लिए हम आगे आए और इस कर में हमने आज योगदान नहीं दिया तो आने वाली वीडियो के लिए बहुत बड़ा संकट खड़ा होगा। प्रकृति, संस्कृति और गौ माता की रक्षा के लिए आज हम संकल्प लें कि उनके बचने के लिए हम अपना योगदान जरूर देंगे।
इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराढकर, वरिष्ठ समाजसेवी सुरेंद्र मिश्रा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सांसद भारत सिंह कुशवाह, प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल, जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजोरिया, ग्रामीण जिला अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह राजपूत, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, सभापति श्री मनोज तोमर, प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुमन शर्मा, श्री राकेश माहौर, श्री राकेश खुरासिया, जिला महामंत्री विनोद शर्मा, विनय जैन, श्री राजू पलैया, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, पूर्व जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, श्री पप्पू वर्मा, पूर्व सभापति श्री बृजेंद्र सिंह जादौन, जिला उपाध्यक्ष श्री अरुण कुलश्रेष्ठ, श्री धर्मेंद्र राणा, कनवर मंगलानी, श्री दीपक शर्मा, श्री केशव माझी, श्री गिर्राज कंसाना, श्री दारा सिंह सेंगर, श्री धर्मेंद्र सिंह कुशवाह, अमित जादौन, डाॅ. कुलदीप चतुर्वेदी, संभागीय मीडिया प्रभारी राजलखन सिंह, श्री अजय महेंद्रू, जिला मीडिया प्रभारी नवीन चौधरी, अरविंद रघुवंशी, श्री राघवेंद्र कुशवाहा, डॉ. सत्य प्रकाश बत्रा, श्री जागेश्वर सिंह भदोरिया, मंडल अध्यक्ष जबर सिंह, श्री चिंटू परमार, बृजमोहन शर्मा, महेश भदौरिया, श्री अमित बंसल, श्री लवी खंडेलवाल, श्री मुकेश दुबे, प्रवीण भारद्वाज, पीतांबर प्रताप सिंह, श्री चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार, आकाश श्रीवास्तव, प्रयाग सिंह तोमर, डाॅ. हरिमोहन पुरोहित, श्री राजेश वाधवानी, नरेंद्र चौहान, राघवेंद्र तोमर, श्री गिर्राज व्यास, श्री सुनील श्रीवास्तव, श्री विकास साहू, श्री लाखन राठौर, दिलीप सिंह कुशवाह, श्री दिनेश जैन, श्री ज्ञानेंद्र भार्गव, महेश खत्री, श्री सतीश बौहरे, अनिल सांखला, श्रीमती ज्योति पाठक, शर्मिला वर्मा, श्रीमती विनती शर्मा, सहित गणमान्य नागरिक,व ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।