Congress wants to make the youth stone pelters and rioters, not give them employment – Vishnu Dutt Sharma
- कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अमन-चैन नहीं दहशतगर्दी चाहती है।
- उमर अब्दुल्ला सरकार का प्रस्ताव राष्ट्र, संविधान एवं दलित विरोधी
- तिरंगा जलाओ, देश का अपमान करो, यही कांग्रेस का असली चरित्र , विष्णुदत्त शर्मा
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर भारतीय जनता पार्टी के संकल्प को पूरा किया। धारा-370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में अमन-चैन है, घाटी विकास के पथ पर आगे बढ़ चुकी है। लेकिन जब से कांग्रेस के समर्थन से जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनी है, तब से वहां देश विरोधी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। उमर अब्दुल्ला सरकार ने असंवैधानिक तरीके से जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाली का प्रस्ताव विधानसभा में पारित कर राष्ट्र, संविधान और दलित विरोधी मानसिकता को उजागर किया है। कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अमन-चैन नहीं दहशतगर्दी चाहती है, नौजवानों को रोजगार नहीं पत्थरबाज और उपद्रवी बनाना चाहती है। कांग्रेस फिर से यह बताना चाहती है कि वह वाल्मीकियों, गोरखा समाज, पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी, पहाड़ी और गुर्जर समाज के खिलाफ है। आज पूरा देश जम्मू-कश्मीर सरकार के इस असंवैधानिक निर्णय और षड्यंत्र के खिलाफ है, इसे देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि संविधान विरोधी इस प्रस्ताव का समर्थन करके क्या आप हमारे उन सफाईकर्मियों को जिंदगी भर वहीं सफाईकर्मी रखना चाहते हैं।
तिरंगा जलाओ, देश का अपमान करो, यही कांग्रेस का असली चरित्र
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद लाल चौक में शान से तिरंगा फहराया जाता है, घाटी के एक-एक गांव में अमन-चैन है। आतंकवाद का सफाया हो गया है, नौजवान रोजगार से जुड़ रहे हैं, पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और घाटी विकास की मुख्यधारा से जुड़ गई है। यह विकास कांग्रेस और उसकी सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस को पच नहीं रहा है। जम्मू-कश्मीर से उमर अब्दुल्ला की सरकार बनने के बाद देश के खिलाफ नए-नए षड्यंत्र किए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 बहाली का प्रस्ताव पारित करके कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपना दलित, राष्ट्र और संविधान विरोधी एजेंडा दिखा दिया है। उमर अब्दुल्ला सरकार नहीं चाहती कि यहां के युवा रोजगार से जुड़े, घाटी विकास की मुख्यधारा से जुड़े। कांग्रेस को अमन-चैन नहीं चाहिए, तिरंगा जलाओ, देश का अपमान करो, यही कांग्रेस का असली चरित्र है।
कांग्रेस का एजेंडा हमेशा दलित और राष्ट्र विरोधी रहा है
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जब-जब भी पाकिस्तान प्रेरित घटनाएं होती हैं तो उमर अबदुल्ला कुछ नहीं बोलते। कांग्रेस घाटी की शांति को भंग करना चाहती है। कांग्रेसी बार-बार संविधान की बात करते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से ही उनके पेट में दर्द हो रहा है और आज कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा-370 लगाकर सफाईकर्मियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं देना चाहती है, कांग्रेस का यह दलित विरोधी चेहरा है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा हमेशा दलित और राष्ट्र विरोधी रहा है। विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा-पत्र का समर्थन कर जम्मू-कश्मीर में आरक्षण को खत्म करने का समर्थन किया था। राहुल गांधी विदेशों में भी आरक्षण को खत्म करने की बात कर चुके हैं, यही उनका असली चेहरा है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस का यह राष्ट्र विरोधी एजेंडा है, शेख अब्दुल्ला से लेकर उमर अब्दुल्ला तक ब्लैकमेल की राजनीति करते हैं।
कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को फिर 90 के दशक वाला राज्य बनाना चाहती है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। नागरिकों की मृत्यु भी लगभग 80 प्रतिशत कम हुई है। विदेशी पर्यटन में 300 प्रतिशत का उछाल आया है। जम्मू-कश्मीर का बजट 17 प्रतिशत बढ़ा है, पत्थरबाजी की घटनाएं बिलकुल बंद हो गई। आतंकवादी घटनाएं दो-तीन जिलों में ही सिमट कर रह गई। जहां पहले 5-7 प्रतिशत मतदान होता था, वहां भी 50 प्रतिशत मतदान होने लगा है। जो पहले अलगाववाद और आतंकवाद की वकालत कर रहे थे, वे भी अब हिंदुस्तान के संविधान के आईने में लोकतंत्र को मजबूती देते हुए वोट मांगते दिखाई देते हैं। जी-20 देशों की बैठक जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से हो जाती है। जम्मू-कश्मीर को 80 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मिला, 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया। आजादी से लेकर धारा 370 के हटने तक जम्मू-कश्मीर में जितना निवेश आया, उसकी तुलना में तीन गुना निवेश पिछले 4 सालों में जम्मू-कश्मीर में हुआ है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में हुआ है। लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी दल नेशनल कान्फ्रेंस घाटी में अमन-चैन नहीं चाहते। इनके इरादे ठीक नहीं है, कांग्रेस नेता फिर से जम्मू-कश्मीर को 90 के दशक वाला जम्मू-कश्मीर बनाना चाहते हैं।