कलेक्टर ने राजस्व अमले की लगाई क्लास -अच्छा काम करने वाले पटवारियों का किया सम्मान।

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जिले में पहली बार जिलेभर के राजस्व अमले की एक साथ
बैठक कर कलेक्टर ने जीरो पेंडेंसी पर दिया जोर।

गुना – गुना कलेक्टर किशोर कुमार कान्याल ने आमजन की राजस्व समस्याओं को सुलझाने और जीरो पेंडेंसी लाने का कड़ा संदेश दिया है।इसको लेकर उन्होंने राजस्व अमले की समीक्षा बैठक ली है।
इसके साथ ही उन्होंने अच्छा काम करने वाले पटवारियों को सम्मानित भी किया है।
गुना जिले में यह पहला मौका था जब कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने जिलेभर के सभी अनुविभागों के एसडीएम, तहसीलदार और समस्त राजस्व अमले की एक साथ एक छत के नीचे बैठक कर फील्ड में जाकर समस्या निपटाने का कड़ा संदेश दिया है।बता दें कि राघौगढ़ स्थित एनएफएल ऑडिटोरियम में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल की अध्यक्षता में राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, डिप्टी कलेक्टर जिया फातिमा सहित जिले के समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्‍व निरीक्षक एवं पटवारी एवं संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्व कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यक्षमता बढ़ाना रहा। कलेक्टर श्री कान्याल ने अधिकारियों और अमले से कहा कि, “जिले के प्रशासन की छवि इसी बात से बनती है कि ग्राउंड लेवल पर कितना और कैसा कार्य हो रहा है। फील्ड में उपस्थित रहकर कार्य करना ही असली दक्षता का परिचायक है।” उन्होंने कहा कि आज के कई पटवारी युवा और योग्य हैं तथा सरकार की मंशा भी व्यवस्थाओं के आधुनिकीकरण की है। उन्होंने आरसीएमएस की नई परफॉर्मेंस इंडेक्स में जिले की रैंकिंग सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि इसमें सुधार तभी संभव है जब हम निष्ठा और इच्छा शक्ति से कार्य करें।

मैदान में जाए अमला और जीरो पेंडेंसी पर रहे जोर

कलेक्टर ने सभी पटवारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्यों में शून्य लंबित स्थिति (जीरो पेंडेंसी) बनाए रखें। उन्होंने कहा, “मेरे सिस्टम में जीरो पेंडेंसी प्राथमिकता रही है ,और यही कार्य संस्कृति बनानी होगी।” उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि प्रत्येक माह अच्छे कार्य करने वाले तीन पटवारियों को सम्मानित करें।

जनसुनवाई और स्थानीय समाधान पर नया नवाचार

कलेक्टर ने जनसुनवाई प्रणाली में नवाचार की जानकारी देते हुए बताया कि अब प्राप्त आवेदनों को गूगल शीट पर दर्ज कर ट्रैक किया जाएगा, जिससे दो दिन के भीतर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित हो सके।

मोबाइल कोर्ट से ऑन-स्पॉट समाधान

कलेक्टर ने मोबाइल कोर्ट की सफलता का उदाहरण देते हुए बताया कि स्थानीय लोगों को बुलाकर मौके पर ही विवादों का समाधान किया जा रहा है और प्रोफाइलिंग के साथ फॉलोअप भी किया जा रहा है। उन्होंने सभी एसडीएम,तहसीलदार एवं पटवारी को निर्देशित किया प्रकरणों का मोबाइल कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द निराकरण मौके पर ही करें। और किए गए प्रकरणों के निराकरण को हर साथ दिवस के भीतर एक बार मॉनिटरिंग भी करें।

पराली जलाई तो भरना होगा जुर्माना होगी कड़ी कार्यवाही।

कलेक्टर कान्‍याल ने स्पष्ट किया कि जिन किसानों द्वारा नरवाई जलाई गई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है और भविष्य में ऐसे किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि व उपार्जन से वंचित भी किया जा सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाए रखते हुए कार्य करें।

जल संकट के समाधान के लिए कार्ययोजना

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जहां भी जल संकट की स्थिति बने, तत्काल इसकी सूचना दें। जलस्तर गिरने के कारणों की पहचान कर बोरिंग की अनुमति, दिनांक जल उपलब्धता की जानकारी सहित विस्तृत चार्ट तैयार किया जाए।

समापन संदेश: मानवता और सेवा का भाव रख कार्य करें

बैठक के अंत में कलेक्‍टर श्री कन्याल ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ईमानदारी से कार्य करें, फील्ड विजिट को प्राथमिकता दें, और अपनी जिम्मेदारी को एक मानवीय दृष्टिकोण के साथ निभाएं। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि आगे जनसुनवाई में प्रशासन और पुलिस मिलकर भागीदारी निभाएंगे।

अच्छा काम करने वाले इन पटवारियों का हुआ सम्मान।

बैठक में लक्ष्यों के विरुद्ध शत-प्रतिशत कार्य करने वाले पटवारी संजीव अहिरवार, जिनेंद्र जैन, प्रमोद, पंकज भार्गव व सुशील कुवर की सराहना करते हुए तालियों के साथ उनका स्वागत किया गया।