मध्य प्रदेश पुलिस का मानवीय चेहरा – संवेदनशीलता और तत्परता की अनूठी मिसाल
भोपाल, 19 अक्टूबर 2025। डीजीपी श्री कैलाश मकवाना के कुशल नेतृत्व, मार्गदर्शन और प्रेरणा में मध्य प्रदेश पुलिस ने संवेदनशीलता, सतर्कता और मानवीय दृष्टिकोण से सेवा के नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्यभर में पुलिस बल ने न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा, बल्कि संकट की हर घड़ी में जरूरतमंदों के जीवन और सम्मान की रक्षा कर समाज में एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
हाल ही में कार्यक्रम के दौरान इंसानियत और संवेदनशीलता का भावनात्मक दृश्य देखने को मिला। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के राजगढ़ प्रवास के दौरान किसानों को राहत राशि वितरण कार्यक्रम में पुलिस निरीक्षक भागीरथ शाक्य (पुलिस लाइन, राजगढ़) ने मानवता की मिसाल पेश की। उन्होंने एक विकलांग व्यक्ति को गोद में उठाकर कुर्सी पर बैठाया, जिसका दृश्य देखकर उपस्थित जनसमूह ने पुलिस की संवेदनशील छवि की सराहना की।
छिंदवाड़ा में थाना बटकाखापा पुलिस ने जंगल में परित्यक्त नवजात शिशु को सुरक्षित बचाकर उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया। यह कार्य पुलिस की मानवीय संवेदना और तत्परता का उत्कृष्ट प्रतीक है। इंदौर में 62 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक क्रिस्टोफर पैरी के आकस्मिक निधन पर पुलिस ने परिजनों की अनुपस्थिति में पूर्ण सम्मान और संवेदनशीलता के साथ उनका अंतिम संस्कार कराया—यह न केवल विधि पालन का कार्य था, बल्कि गहरी मानवता की मिसाल भी।
गुना में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पलटे प्रोपेन गैस टैंकर के दौरान तत्काल कार्रवाई कर पुलिस ने संभावित बड़े हादसे को टाल दिया। चालक की जान बची, रिसाव नियंत्रित हुआ और यातायात शीघ्र बहाल किया गया—यह सतर्कता का श्रेष्ठ उदाहरण है। मैहर में नवरात्रि मेला ड्यूटी के दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा के साथ जनसेवा, सहायता और सौम्यता का जो परिचय दिया गया, उसने “जन के रक्षक, जन के अपने” की परिभाषा को सार्थक किया। विदिशा में एफआरवी टीम के कर्मियों ने आत्महत्या का प्रयास कर रहे युवक को धैर्य, समझाइश और सूझबूझ से सुरक्षित उतारा और परिवार को सौंपा। वहीं शिवपुरी में प्र.आर. जसवंत यादव ने अपनी जान की परवाह न करते हुए तेज़ रफ्तार मालगाड़ी के सामने आने से एक महिला को बचाया, जिसमें ट्रॉलीमैन दिनेश गौतम ने भी सहयोग दिया।
छिंदवाड़ा पुलिस ने 14 वर्षीय अर्धविक्षिप्त बालिका को सुरक्षित उसके परिजनों तक पहुंचाया, जबकि सिंगरौली में एक मासूम बच्चे की छोटी-सी शिकायत को मुस्कान और स्नेह से सुलझाकर उसके चेहरे पर खुशी लौटाई। रतलाम में पारिवारिक विवाद के कारण आत्मघाती कदम उठाने जा रहे व्यक्ति को डायल-112 की त्वरित टीम ने बचाकर जीवनदान दिया और काउंसलिंग के माध्यम से सुरक्षित दिशा दी।
इंदौर में थाना एमजी रोड पुलिस ने नागरिक के ₹2 लाख और महत्वपूर्ण दस्तावेजों से भरा बैग सीसीटीवी की मदद से खोजकर वापसी कराई—यह पुलिस की ईमानदारी और दक्षता का परिचायक है।
डीजीपी श्री कैलाश मकवाना के दूरदर्शी नेतृत्व में मध्य प्रदेश पुलिस आज केवल कानून व्यवस्था की संरक्षक नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों की संवाहक भी बन चुकी है। संवेदना, त्वरित प्रतिक्रिया और कर्तव्यनिष्ठा के इनके उदाहरण समाज में सुरक्षा, भरोसा और अपनत्व की नई भावना भर रहे हैं।


























