निर्णय लेने की अद्भुद क्षमता के धनी-विष्णुदत्त शर्मा…. सुबोध अग्निहोत्री

0
149

वी.डी. के नाम से चर्चित प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा निर्णय लेने की अद्भुद क्षमता के धनी हैं। कठोर से कठोर निर्णय लेने में वे ज्यादा समय नही लगाते। अमूमन भाजपा में निर्णय तो होते हैं लेकिन वे तब होते हैं जब समय निकल जाता है। लेकिन वी.डी. तुरत फुरत निर्णय लेकर कार्यवाही को अमली जामा पहिनाने में कोई कसर नही छोड़ते।

 

मैं उन्हें तब से जानता हूँ जब वे विद्यार्थी परिषद में काम किया करते थे। धुन के पक्के वी.डी. जिस काम को हाथ मे लेते थे उसे पूरा करके ही छोड़ते थे। भोपाल के डिपो चौराहे पर विद्यार्थी परिषद का भव्य कार्यालय उनके प्रयासों का अनुपम उदाहरण है। इसी के साथ प्रदेश कार्यालय के नए भवन के निर्माण में कुछ पुराने पार्टी नेताओं ने टीका टिप्पणी भी की लेकिन बिना किसी की परवाह किये उन्होंने नए भवन के निर्माण की आधार शिला रखवा दी और भवन निर्माण का काम भी प्रारंभ करा दिया। पार्टी हित मे जो अच्छा हो सकता है उसे करने में वे तनिक भी देर नही लगाते। मस्तमौला स्वभाव के वी.डी. शर्मा ऐसे गिने चुने कार्यकर्ताओ में से एक हैं जो जब तक पद पर रहते हैं डंके की चोट पर काम करने में विश्वास रखते हैं। चूंकि भाजपा में सामूहिक निर्णय लेने की परंपरा है इसलिये वे उसमें भी सही बात को रखकर मनवा भी लेते हैं। वे संघ के स्वयंसेवक तो हैं ही, लेकिन संघ की वजह से ही वे न सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष बने अपितु पहिली बार मे ही सांसद भी बन गए।वह भी ऐसी जगह से जहाँ वे कभी रहे भी नहीं।

उन्होंने घर द्वार छोड़कर छात्र राजनीति से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की, संघ के अनुसांगिक संगठन विद्यार्थी परिषद के कई प्रमुख पदों पर रहने के बाद भाजपा में आये और प्रदेश अध्यक्ष बनाये गए। प्रारम्भ से ही फक्कड़ स्वभाव के रहे और संगठन को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करते रहे। अपने कार्यकर्ता को कभी हताश निराश नही होने देते,चाहे वह सही हो या गलत। इसी वजह से लोग उनके कट्टर समर्थक हैं।उनके अंदर एक और गुण विद्यमान है वह ये कि वे कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने में उसकी मदद भी करते हैं और सहयोग भी। लेकिन जैसे ही उन्हें यह पता लगता है कि कार्यकर्ता कुछ गलत जर रहा है या दुरुपयोग कर रहा है तो तत्काल उसे नीचे उतारने में देर भी नही लगाते।

(लेखक- स्वदेश प्रकाशन ग्वालियर के पूर्व संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार है)