अधिकारियों पर नाराज हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, बोले – अब मामा आया है तो चिंता मत करो

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आदिवासी समुदाय और जंगल एक-दूसरे से अलग नहीं किए जा सकते

 

गरीब, आदिवासियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे

फॉरेस्ट जमीन पर खेती कर रहे गरीबों को बेदखल नहीं किया जाएगा, नोटिसों की जांच होगी*

 

*बहनों की जिंदगी बदलना हमारा संकल्प*

 

*हर गरीब को पक्का मकान, हमारा लक्ष्य*

 

*नकली खाद-बीज के खिलाफ कड़ा कानून लाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी*

 

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शनिवार को सिलवानी विधानसभा क्षेत्र में जनजातीय गौरव दिवस, सांसद खेल महोत्सव और एकता पदयात्रा में शामिल हुए

भोपाल-केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र की सिलवानी विधानसभा में पहुंचें। यहां शिवराज सिंह, जनजातीय गौरव दिवस, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गृह प्रवेश और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को समर्पित पदयात्रा में शामिल हुए। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने रायसेन जिले के ग्राम नारायणपुर में आयोजित विभागीय स्टाल और प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। साथ ही केन्द्रीय मंत्री, ग्राम चंदन पिपलिया में खेल महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर बहनों और बेटियों का जीवन घरेलू कामकाज और खेत-खलिहान तक सीमित रह जाता है, ऐसे में खेल उनके जीवन में नई ऊर्जा और प्रसन्नता ला सकते हैं। इसी सोच के तहत पूरे संसदीय क्षेत्र में महिलाओं और बच्चियों को शामिल करते हुए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जीत-हार से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि, महिलाएँ घर से बाहर निकलें, खेलें और खुशियाँ महसूस करें।

 

 

*आदिवासी समुदाय और जंगल एक-दूसरे से अलग नहीं*

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर कहा कि, आदिवासी समुदाय और जंगल एक-दूसरे से अलग नहीं किए जा सकते, लेकिन अंग्रेजों के शासनकाल में आदिवासियों को उनके ही प्राकृतिक अधिकारों से बेदखल किया गया। उस समय शोषण, जमीनों पर कब्जे और अमानवीय अत्याचारों का दौर था। ऐसे समय में बिरसा मुंडा का उदय हुआ, जिन्होंने अन्याय और जबरन धर्मांतरण के खिलाफ आवाज बुलंद की। बिरसा मुंडा को उनके माता-पिता ने एक अंग्रेजी स्कूल में प्रवेश दिलाया था, लेकिन जब उन्होंने वहां धर्मांतरण का दबाव देखा तो इसका विरोध किया और अपनी संस्कृति, प्रकृति और परंपराओं के प्रति निष्ठा दिखाई। उन्होंने कहा कि, भगवान बिरसा ने कहा था कि, यह धरती हमारी है, यह पानी हमारा है, यह जंगल हमारे हैं, यह जमीन हमारी है,” और अंग्रेजों को भारत से बाहर निकालने का संकल्प लिया। अंग्रेज़ बिरसा के नाम से कांपते थे और उन्होंने आदिवासी समाज का शोषण करने वालों को खदेड़कर उनके आत्मसम्मान की रक्षा की। बिरसा भगवान के संघर्ष को देखकर उस समय लोगों ने उन्हें ‘धरती आबा’ यानी धरती का भगवान कहा। आज पूरा देश उनकी जयंती मना रहा है और उनके योगदान को याद कर रहा है।

 

*किसी गरीब के साथ अन्याय नहीं होगा*

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, फॉरेस्ट जमीन पर वर्षों से खेती कर रहे गरीब परिवारों को किसी भी स्थिति में बेदखल नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, गांवों में ग्रामीणों को नोटिस दिए गए हैं, जिनमें कहा गया है कि वो जिन जमीनों पर लंबे समय से खेती कर रहे हैं, वहां से कब्जा हटाएँ, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों, आदिवासियों और किसानों के हितों की रक्षक है और किसी भी निर्दोष परिवार के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। यह सरकार भारतीय जनता पार्टी की है, मोदी जी गरीबों के प्रधान सेवक हैं, और मुख्यमंत्री मोहन यादव भी गरीबों और आदिवासियों के हितैषी हैं। ऐसे में किसी गरीब की जमीन छीनी नहीं जाएगी। जिस जमीन पर वो वर्षों से खेती कर रहे हैं, उस कब्जे को हटाने का सवाल ही नहीं उठता। शिवराज सिंह ने कहा कि, कुछ अधिकारी बिना विवेक के नोटिस जारी कर रहे हैं और गरीब परिवारों पर अनावश्यक दबाव डाल रहे हैं। ऐसे मामलों की जांच की जाएगी और गलत तरीके से दिए गए नोटिस रद्द कराए जाएंगे।

 

 

*बहनों की जिंदगी बदलना हमारा संकल्प*

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, गरीब बहनों की आंखों में आंसू नहीं, बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए और इसी संकल्प के साथ महिलाओं के लिए योजनाओं को और मजबूत किया जा रहा है। देशभर में लाड़ली बहना योजना को विभिन्न रूपों में लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि, बिना रुपये के कुछ नहीं होता, जीवनयापन के लिए पैसा जरूरी है, और आधी आबादी को न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, बिहार में महिलाओं ने निर्णायक भूमिका निभाई है। बिहार में एनडीए, भाजपा और जेडीयू के पक्ष में स्पष्ट समर्थन मिला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को जनता ने सशक्त रूप से स्वीकार किया है। साथ ही शिवराज सिंह ने कहा कि, स्व-सहायता समूह से जुड़ी हर महिला को लखपति बनाना सरकार का लक्ष्य है। सेल्फ-हेल्प ग्रुप की महिलाओं को 50 लाख रुपये तक की बैंक लिंकेज उपलब्ध कराई जाएगी और इसके लिए चेक भी प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ताकि उनकी आमदनी बढ़े और जिंदगी बदले।

 

 

*नकली खाद, बीज बनाने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई*

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, किसानों की जिंदगी बदलना हमारी प्राथमिकता है। खेती को बेहतर बनाने के लिए चना, गेहूं और मसूर के उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की व्यवस्था की गई है और किसानों को किट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि, कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि, क्षेत्र की मिट्टी की पूरी वैज्ञानिक जांच कराई जाए, ताकि यह तय किया जा सके कि कौन-सी फसल यहां सबसे उपयुक्त होगी। उन्होंने कहा कि पाइप लगाने और उनकी मरम्मत से जुड़े मामलों की कड़ी निगरानी की जाएगी, ताकि किसानों को सुचारू सिंचाई सुविधा मिल सके। शिवराज सिंह ने कहा कि, क्षेत्र की खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष परियोजना तैयार की जाएगी और मेरी टीम स्वयं मौके पर पहुंचेगी। साथ ही केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि, किसानों ने शिकायत की है कि एक कंपनी- बायर द्वारा दिया गया बीज अंकुरित ही नहीं हुआ, जिससे धान की फसल पूरी तरह प्रभावित हुई। मामले की जांच दिल्ली से वैज्ञानिकों की टीम कराएगी और दोषी कंपनी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रभावित किसानों को मुआवजा भी दिलाया जाएगा। वहीं शिवराज सिंह ने कहा कि, नकली खाद, नकली बीज और पेस्टिसाइड का कारोबार किसी भी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा। संसद के आगामी ग्रीष्मकालीन सत्र में ऐसे मामलों के खिलाफ कड़ा कानून लाया जाएगा, ताकि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।