जिला अस्पताल में 2 साल से 50 से ज्यादा पानी की टंकियों की नहीं हुई थी सफाई,अब किया एकदम साफ
अस्पताल में स्वच्छता एवं एंबुलेंस सेवा को और मजबूत करने दिए निर्देश
गुना। गुना जिले की सबसे बड़ी अस्पताल जिला अस्पताल में कायाकल्प के नाम पर भले ही बाहरी रंग रोगन और निर्माण कार्य होते रहे हों, लेकिन यहां आने वाले मरीज और उनके अटेंडर को पीने को गंदगी वाली टंकियों से ही पानी मिल पाता था। वही जिला अस्पताल की 2 साल से साफ सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं बेपटरी थीं, जो अब कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल के आते ही पटरी पर लौटने लगीं हैं। यहां जिला अस्पताल में पसरी रहने वाली गंदगी अब गायब है ।वहीं अब यहां गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने का काफी हद तक असर देखने को मिला है जिससे लोग गंदगी फैलाने से पहले सचेत हो जाते हैं कि कहीं उन्हें जुर्माना न भुगतना पड़े ।इसी तरह जिला अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओ में भी सुधार हुआ है। यही नहीं जिला अस्पताल में कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर मौजूद हैं ,लेकिन उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने की वजह से वह मरीज को उचित सेवाएं देने में असमर्थ रहते थे। जिसकी मांग वह जो भी कलेक्टर यहां आते थे उनके सामने रखते थे। इसके बाद भी उन्हें वह संसाधन सिर्फ आश्वासन तक ही मिल पाते थे। इस बार गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरीन और मरीजों को शानदार सेवाएं देने को लेकर जिला अस्पताल में किए जा रहे कामकाज की समीक्षा और डॉक्टरों से फीडबैक लेकर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के प्रयास किए हैं। जिसका बड़ा असर अब सामने आने लगा है ।इससे पहले तीन कलेक्टर गुना जिले में पदस्थ रहकर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रयास तो करना चाहते थे ,लेकिन जल्दी-जल्दी के बदलाव में जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं लंबे समय से बेपटरी हों चलीं थीं।

शुक्रवार को जिला चिकित्सालय पहुंचे कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने रेडक्रॉस हॉल में समीक्षा बैठक की। इस बैठक की शुरुआत 108 एंबुलेंस सेवा की समीक्षा से हुई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी एंबुलेंस पूर्णत: वर्किंग कंडीशन में रहें, वाहनों में स्टेपनी उपलब्ध हो तथा ड्राइवर का व्यवहार मरीजों और परिजनों के प्रति श्रेष्ठ हो। उन्होंने सभी संचालित वाहनों का एक डैशबोर्ड तैयार कर नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में साफ–सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने कहा अस्पताल की स्वच्छता पहले की तुलना में बेहतर हुई है, लेकिन अभी और सुधार की आवश्यकता है। विशेषकर टॉयलेट और वॉशरूम की स्थिति को और मजबूत करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अस्पताल परिसर की 79 पानी की टंकियों में से 54 की सफाई पूर्ण हो चुकी है तथा शेष 25 टंकियों की सफाई तीन दिनों में पूरी कर ली जाएगी।
पूर्व में दिए गए निर्देशों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने बताया रेडक्रॉस हॉल में लाइटिंग और साउंड सिस्टम की व्यवस्था को बेहतर किया गया है, जिसे नियमित रूप से मेंटेन रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने रेड क्रॉस भवन के मुख्य हॉल और नीचे स्थित हॉल की साफ-सफाई को निरंतर बनाए रखने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों से सुझाव लेते हुए अस्पताल को बेहतर बनाने हेतु आवश्यक इंस्ट्रूमेंटेशन की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करें, ताकि बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रत्येक नागरिक तक पहुंच सकें।
इस दौरान डिप्टी कलेक्टर एवं प्र. सीएमओ मंजुषा खत्री, सीएमएचओ डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर, सिविल सर्जन डॉ. व्हीएस रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
































