गोहद की धरती पर गूंजी “जय कबड्डी” की गूंज, उज्जैन टीम बनी चैंपियन, भोपाल रहा उपविजेता

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गोहद/भिण्ड। गोहद की ऐतिहासिक और पावन भूमि पर आयोजित 53वीं सब जूनियर राज्य स्तरीय कबड्डी चैंपियनशिप 2025 में मध्यप्रदेश भर से आई प्रतिभाओं ने अपनी फुर्ती, साहस और अनुशासन से मैदान को तालियों से गूंजा दिया।
यह प्रतियोगिता मध्यप्रदेश अमेच्योर कबड्डी एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित हुई, जिसमें प्रदेशभर के पदाधिकारियों और खेलप्रेमियों ने भाग लेकर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया।

उज्जैन बनी चैंपियन — राशि शर्मा बनीं नायिका

उज्जैन (जोन ए) की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। टीम की स्टार रेडर राशी शर्मा (जर्सी नं. 10) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए निर्णायक अंक जुटाए और टीम को विजय दिलाई। उनकी लयबद्ध चाल, रणनीतिक रेड्स और तेज़ी ने विरोधियों की डिफेंस को बार-बार तोड़ा। बेस्ट राइडर का खिताब भी उन्हें मिला। विजेता टीम को आयोजको द्वारा 3100 रुपये का नगद पुरुस्कार दिया गया। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी राशि शर्मा को मुख्य अतिथि द्वारा अपनी तरफ से 3100 रुपये का पुरुस्कार दिया गया। भोपाल (जोन ए) उपविजेता रहा, जिसे आयोजको द्वारा 2100 रुपये का नगद पुरुस्कार दिया गया। जबकि इंदौर और जबलपुर ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया।

अतिथियों और पदाधिकारियों ने बढ़ाया खिलाड़ियों का हौसला-

कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री लाल सिंह आर्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अनुसूचित जाति मोर्चा उपस्थित रहे। उन्होंने कहा बेटियाँ आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और खेल के मैदान पर उनका जोश व अनुशासन समाज के लिए प्रेरणा है। इस अवसर पर
डी.सी. शर्मा सचिव, सेलेक्शन रेफरी बोर्ड, मोहनलाल चौहान चेयरमैन म.प्र. अमेच्योर कबड्डी एसोसिएशन, दीपक जोशी जिला सचिव भोपाल, एस.एन. गोस्वामी, राजेश जैन, संदीप यादव सहित कई वरिष्ठ खेल अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि गोहद की यह भूमि अब खेल प्रतिभाओं की नई जन्मस्थली बन रही है।

सम्मान और समापन समारोह

टूर्नामेंट के समापन पर खिलाड़ियों को मेडल, प्रमाणपत्र और ट्रॉफियाँ प्रदान की गईं। मंच से “जय कबड्डी” के नारों ने माहौल को जोश से भर दिया। कार्यक्रम में मनीष दीक्षित, प्रमोद कामत, देवी सिंह समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिन्होंने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। गोहद की यह प्रतियोगिता साबित करती है कि कबड्डी अब केवल खेल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, एकता और सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी है। राशी शर्मा जैसी बेटियाँ अपने खेल से उज्जैन ही नहीं, पूरे मध्यप्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं।