जयवर्धन सिंह ने उठाए वोटर अन्याय, ज़हरीली दवा और किसान संकट के मुद्दे

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जयवर्धन कार्यकर्ताओं से बोले सावधान! अब अपने क्षेत्र में कट सकते हैं वोटरों के नाम। सतर्क और संगठित रहो
गुना। बुधवार को राजीव गांधी कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष जयवर्धन सिंह ने की। बैठक में वर्तमान राजनीतिक मुद्दों से लेकर पार्टी के भविष्य के कार्यक्रमों पर चर्चा हुई और कार्यकर्ताओं को आगामी गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यकतार्ओं में जबरदस्त जोश दिखाई दिया। पूरा हॉल खचाखच भरा हुआ था, और जयवर्धन सिंह की मौजूदगी में पार्टी समर्थित जमकर नारेबाजी की गई। इस अवसर पर बमौरी विधायक ऋषि अग्रवाल, प्रभारी राजेन्द्र यादव, मेहरबान सिंह, हरि विजयवर्गीय, रजनीश शर्मा, शेखर वशिष्ठ, विजय साहू, बल्लू चौहान, मिन्टूलाल जैन, नारायण सिंह भील मौजूद रहे।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जयवर्धन सिंह ने मतदाता सूची पुनरीक्षण के नए नियमों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसे ‘बहुत बड़ा अन्याय’ बताया। जयवर्धन सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ने एक नया नियम बनाया है, जिसके तहत 2003 में जो व्यक्ति वोटर नहीं था, उसे प्रमाण देना होगा तभी उसका नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा। अगर किसी के पिता का नाम भी 2003 तक सूची में नहीं था, तो उन्हें तीन प्रमाण प्रस्तुत करने होंगे। “यह बहुत बड़ा अन्याय है, जिसकी अनेक आलोचनाएं हो रही हैं। लेकिन आलोचना पर्याप्त नहीं है। सतर्क रहना, संगठित रहना अनिवार्य है। वह तभी हो पाएगा जब हमारे मतदान केंद्र स्तर के कार्यकर्ता सक्रिय हों और इस कार्य को निभाएं। उन्होंने तुरंत सक्रिय होने का निर्देश देते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता बीएलओ से संपर्क करें और यह जानकारी प्राप्त करें कि उनके मतदान केंद्र पर कितने लोगों का नाम 2003 के बाद जोड़ा गया है, उसकी कॉपी लें और उसका गहन अध्ययन करें। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं, जिनकी जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।
जयवर्धन सिंह ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को फर्जी दवा और स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के मुद्दे पर जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि फर्जी दवा के कारण छिंदवाड़ा में लगभग 19 बच्चों की मौत की खबर अब राष्ट्रीय खबर बन गई है, जो राज्य सरकार की बहुत बड़ी लापरवाही है। इस लापरवाही के विरोध में कांग्रेस 8 अक्टूबर को गुना में बड़े स्तर पर कैंडल मार्च निकालेगी, जिसमें 19 पीड़ित परिवारों को सम्मान और न्याय दिलाने की मांग की जाएगी। साथ ही, स्वास्थ्य मंत्री के तत्काल इस्तीफे की भी मांग उठाई जाएगी। इसके अलावा, 9 अक्टूबर को राघौगढ़ ब्लॉक में कैंडल मार्च निकाला जाएगा, जिसके बाद चांचौड़ा और कुंभराज में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन आयोजित होंगे। जयवर्धन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर हुए जूते फेंकने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि चूंकि मुख्य न्यायाधीश अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं, इसलिए यह उनका अपमान है।
उन्होंने अतिवर्षा से हुए फसल के नुकसान पर सरकार द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि मक्का की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए सरकार का निर्देश नहीं आया है। उन्होंने घोषणा की कि वे स्वयं मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखेंगे कि जल्द से जल्द मक्का का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन शुरू किया जाए।