नीतीश के फिर से सीएम बनने पर भिड़े बिहारी मजदूर

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तेजस्वी समर्थक भांजे को नीतीश समर्थक मामाओं ने मार डाला

गुना में बिहार के मजदूरों की चुनावी बहस में विवाद के बाद एक मजदूर की हत्या

कैंट पुलिस ने दो आरोपी दबोचे

गुना।बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार के फिर से बनने के बीच गुना में बिहार मजदूर इस बहस को लेकर आपस में भिड़ गए।जिसमें विवाद इस कदर बड़ा कि नीतीश कुमार समर्थक मामाओं ने अपने ही भांजे जो कि तेजस्वी यादव समर्थक बताया जा रहा है,उसकी हत्या कर दी।
बता दें कि कैंट थाना क्षेत्र में हुए इस विवाद की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली तो फोरन कैंट टीआई अनूप कुमार भार्गव टीम के साथ पहुंचे और आरोपियों को दबोच लिया।
गौरतलब है कि बिहार चुनाव के बाद हाल ही नतीजे सामने आए हैं।
जिसके बाद गुना में बिहारी मजदूरों में इन्हीं नतीजों और नीतीश तेजस्वी की बात करते में बहस हो गई।
इन मजदूरों में एक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समर्थक भांजे की उसके ही जनता दल (यूनाइटेड) [जेडीयू] समर्थक मामाओं ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए भांजे का मुंह कीचड़ भरे पानी में तब तक डुबोए रखा गया, जब तक कि उसका दम नहीं घुट गया।यह घटना गुना के कैंट थाना क्षेत्र में पुलिस लाइन में बन रहे सरकारी क्वार्टर निर्माण स्थल की है। मृतक की पहचान शंकर मांझी (22), निवासी शिवहर जिला, बिहार, के रूप में हुई है। वह अपने दो मामाओं, राजेश मांझी (25) और तूफानी मांझी (27), के साथ कुछ दिन पहले ही यहां मजदूरी करने आया था। पुलिस के अनुसार, रविवार रात तीनों ने साथ में खाना बनाया और शराब पार्टी की। नशे की हालत में बिहार चुनाव के नतीजों और राजनीतिक दलों पर बातचीत शुरू हो गई।
राजेश और तूफानी ने तेजस्वी यादव के बारे में कुछ टिप्पणी की, जिससे शंकर भडक़ गया और उसने पलटकर में अपशब्द कह दिए। यह सामान्य बहस जल्द ही भीषण झगड़े में बदल गई। गुस्साए मामाओं ने अपने भांजे शंकर पर जोरदार हमला कर दिया।
प्रारंभिक मारपीट के बाद भी मामाओं का गुस्सा शांत नहीं हुआ। गुस्से की आग में अंधे होकर उन्होंने पास के कीचड़ भरे गड्ढे में शंकर को जबरदस्ती लिटा दिया और उसका चेहरा पानी और कीचड़ में तब तक दबाए रखा, जब तक कि वह हिलना बंद नहीं हो गया। मुंह और फेफड़ों में कीचड़ भर जाने से दम घुटने के कारण शंकर की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मामा शंकर को वहीं छोडक़र फरार हो गए।
सोमवार सुबह निर्माण स्थल पर मजदूर का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान होने के बाद जब जांच शुरू हुई, तो पुलिस ने उसके साथ मौजूद दो युवकों, राजेश और तूफानी, को हिरासत में ले लिया। कड़ी पूछताछ के बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
उन्होंने बताया कि राजनीतिक विवाद और नशे की वजह से उन्होंने शंकर को मारा और कीचड़ में मुंह डुबोकर उसकी हत्या कर दी। कैंट पुलिस ने दोनों आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।