भोपाल। मध्यप्रदेश के चुनाव में शोले फिल्म की चर्चा जोरों पर है। ‘जय-वीरू’ की जोड़ी प्रदेश में सुर्खियां बटोर रही है। असली ‘जय-वीरू’ बनने और ‘जय-वीरू’ के चोर होने के बयान नेताओं द्वारा दिए गए हैं. इस बीच कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता चाहती है कि उसके मुद्दों पर चर्चा हो लेकिन भाजपा के नेताओं को फिल्मी बातें सूझ रही हैं। शिवराज जी की अदाकारी तो पहले से ही मशहूर है, अब नरेंद्र तोमर जी भी फिल्मी पात्रों पर शोध कर रहे हैं। बेहतर होगा भाजपा एक आपात बैठक बुलाकर यह तय कर ले कि उनके यहां कौन गब्बर है और कौन सांभा। एक ही बार में सबको फिल्मी नाम दे दिए जाएं ताकि बाकी समय जनता के मुद्दों पर भी भाजपा सोच सके
कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने सबसे पहले ‘जय-वीरू’ की जोड़ी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को बताया था. इसके बाद बीजेपी नेताओं के बयान सामने आए और कहा कि जय- वीरु की जोड़ी प्रदेश को लूटने वाली है। इस पर कमलनाथ ने कहा था शिवराज जी, जय और वीरु ने ही अत्याचारी गब्बर सिंह का हिसाब किया था। मध्य प्रदेश 18 साल से अत्याचार से त्रस्त है। अत्याचार के अंत का समय आ गया है। बाक़ी आप समझदार हैं…
हम लोग तो कई दिनों से जय- वीरु: नरेंद्र तोमर
मीडिया से चर्चा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय आज जय-वीरू बने हैं, हम लोग यानि वे खुद और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई दिनों से जय-वीरु हैं.