Express E Connect and MANIT Bhopal sign MoU for collaboration in innovation and research
भोपाल ! नवाचार और अनुसंधान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक्सप्रेस ई कनेक्ट और मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) भोपाल ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी स्वास्थ्य, कृषि, जैव-ऊर्जा, नैनो टेक्नोलॉजी और सूक्ष्मजीवों जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है।
इस समझौते पर एक्सप्रेस ई कनेक्ट के संस्थापक उदित नारायण और MANIT भोपाल के डीन (संस्थागत विकास एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध) डॉ. एस. पी. एस. राजपूत* ने हस्ताक्षर किए। यह सहयोग उन प्रमुख चुनौतियों का समाधान खोजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिनका सामना उद्योग और समाज दोनों कर रहे हैं।
छात्रों की पहल से शुरू हुआ ऐतिहासिक सहयोग
यह ऐतिहासिक साझेदारी BSBE विभाग की छात्रा शिवालिका दुबे की पहल पर संभव हो पाई, जिन्हें MANIT की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कृशाली पांडे का मार्गदर्शन प्राप्त था। यह पहल तब साकार हुई जब एक्सप्रेस ई कनेक्ट के संस्थापक उदित नारायण, LCB फर्टिलाइज़र्स के CEO अक्षय श्रीवास्तव और CMO मुकेश सिंह ने MANIT का औद्योगिक दौरा किया।
सस्टेनेबिलिटी और तकनीकी नवाचार को मिलेगा नया आयाम
एक्सप्रेस ई कनेक्ट पहले से ही IIT कानपुर से संबद्ध LCB फर्टिलाइज़र्स के साथ सस्टेनेबिलिटी और उन्नत तकनीकी समाधान विकसित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। अब, इस नए समझौते के साथ, एक्सप्रेस ई कनेक्ट और MANIT भोपाल संयुक्त रूप से अग्रणी अनुसंधान और तकनीकी नवाचार* को बढ़ावा देंगे, जिससे उद्योग और समाज दोनों को व्यापक लाभ मिलेगा।
प्रभावशाली नेतृत्व और अनुसंधान में उत्कृष्टता का संगम
उदित नारायण, जो मध्य प्रदेश के उद्योग और नवाचार क्षेत्र में एक प्रमुख हस्ती हैं, लगातार सरकारी और निजी संगठनों के साथ मिलकर तकनीकी उन्नति और सतत विकास को गति दे रहे हैं। वहीं, MANIT भोपाल, जो कि एक प्रतिष्ठित केंद्रीय संस्थान है, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है।
यह साझेदारी क्यों महत्वपूर्ण है?
- स्वास्थ्य, कृषि, जैव-ऊर्जा और नैनो टेक्नोलॉजी* में क्रांतिकारी समाधान विकसित होंगे।
- छात्रों, शोधकर्ताओं और उद्योगों को एक मंच मिलेगा* जहां वे नवाचार को मूर्त रूप दे सकेंगे।
- सरकार और निजी क्षेत्र के सहयोग से स्थायी विकास* की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा।
यह सहयोग अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की ओर अग्रसर है, जिससे न केवल उद्योगों को बल्कि समाज को भी दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।